जांबाज खड़ा सीना ताने,
मन में बस एक ही जिद ठाने,
पग भारत में न धरने दूंगा,
घुसने से पहले भारत में,
दम दुश्मन का मैं ले लूंगा,
मन में प्रतिशोध की ज्वाल लिए,
और होश से उसने वार किए,
और मार गिराया दुश्मन को,
भारत माँ के जयकार किये,
फौलादी जिस्म उस वीर का है,
जिसमें अगम्य वास ज़ीर का है,
आँखों में दृढ़ता भरी हुई,
हाथों में वास शमशीर का है,
उस वीर को नमन और वंदन है,
वो भारत माँ का वीर सपूत अभिनंदन है।
-अनुराधा यादव
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