Sunday, February 17, 2019

भारत की नींव

इम्तिहान सब्र का न ले,
पाक ओ ना पाक,
बांध जो टूटा तो,
हो जायेगा तू खाक,
उदार देश भारत को,
शिष्टता की इबारत को,
की कोशिश गिराने की,
पर है नहीं पता तुझे,
भारत की नींव है न,
तेरे हिलाने की,
इस नींव में है समाई,
रामा कृष्णा की अच्छाई ,
युगपुरुष श्री गाँधी की,
उदारता ,प्रेम और सच्चाई,
अशफ़ाक, भगत और बिस्मिल की,
निज देश से विदाई,
शक्ति उन शहीदों की,
देशहित में जिसने जान तो गँवाई,
इस नींव को हिलाने में ,
पूरी शक्ति लग जायेगी जमाने की,
फिर भी जड़ें न हिलेंगी भारत की,
जो इस धरा पर एक सौगात है,
उसको नष्ट करने की,
ओ पाक! तेरी क्या औकात है।

                        -अनुराधा यादव
               

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