Tuesday, February 12, 2019

भारत के गाँव

हर कोई है यहाँ समान,
बड़ों का करते सब सम्मान,
हर एक का दुःख हैं बंटाते,
दुःखियो को ढाँढस बंधवाते,
बाँटते सुख सबके साथ,
उन सब मे  है प्रेम विश्वास,
सादा भोजन खाते हैं,
स्वस्थ शरीर बनाते हैं,
प्रिय पेय है दूध इन सबका,
लेते हैं भर लोटा गटका,
दही, छाछ ,मक्खन और घी,
अनिवार्य रूप से लेते पी,
ताकतवर बन जाते वीर,
स्वास्थ्य है उनकी जागीर,
सुबह से शाम सब करते काम,
चौपाल लगे जब होती शाम,
सब मिलकर वो बातें करते,
सबकी सुनते अपनी कहते,
हर एक व्यक्ति में प्रेम भाव है,
सहयोग में तत्पर रहने का स्वभाव है,
जहाँ पीपल, बरगद की होती छाँव,
वो हैं भारत के प्यारे गाँव।

                  -अनुराधा यादव

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