कुल का चिराग जो है,
सबका अनुराग जो है,
पापा का त्याग जो है,
माता का लाल वो है।
वंश की तो छवि उससे,
प्रिया की सुरभि उससे,
बहिन के जीवन की ढाल जो है,
माता का लाल वो है।
गुरुओं की वीणा का तार जो है,
देश की प्रगति की झंकार जो है,
भारत माता की रक्षा की ढाल जो है,
माता का लाल वो है।
रुख़सत हुआ छोड़ देह,संसार जो है,
देश हित में करता जान निसार जो है,
त्याग,बलिदान, वीरता की मिसाल जो है,
माता का लाल वो है।
-अनुराधा यादव
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