प्रेम इस संसार का एक अनोखा भाव है,
जिसका समूचे संसार मे प्रभाव है,
प्रेम वितरित है धरा पर,
संचरित है आसमां पर,
सबके दिलों में बास इसका,
चाहे अग्रज हो या हो पिछड़ा,
ये दो दिलों को जोड़ता है,
नफ़रत से ये मोड़ता है,
हर दिल के तार का,
जीवन के सार का,
प्रेम ही रहस्य है,
ये गुणों के परिवार का सदस्य है,
प्रेम रहना है सिखाता,
रिश्तों का मतलब बताता,
प्रेम तो इस जीवन का है पूरक,
इससे ही जीवन बनता है उद्देश्यपरक।
-अनुराधा यादव
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