हे दयानिधि सर्वद्रष्टा,
बस मुझको इतना दीजिये,
मैं चलूं सद्मार्ग पर,
बस इतनी शक्ति दीजिये,
वायु से इतना मैं मांगूँ,
संचार सत्य का कीजिये,
जल हमारा जीवन रक्षक,
उससे मैं इतना ही मांगू,
कि शुद्धता का संचार कीजिए,
पवित्रता का अग्नि द्योतक,
मुझको भी पावन कीजिए,
व्योम से इतना मैं मांगू,
मुझे बढ़ने की शक्ति दीजिए,
है धरा आधार सबका,
ढो रही है भार सबका,
हे हमारी पालनकर्ता,
ढो सकूँ मैं भार निज कर्तव्य का,
आशीष इतना दीजिये,
हे प्रभु इतना चाहूँ मैं,
सद्मार्ग पर चलती रहूं मैं,
सद्कर्म तो करती रहूं मैं,
सबके जीवन कोष को खुशियों से भरती रहूं मैं,
बस चाह इतनी दीजिये,
हे दयानिधि सर्वद्रष्टा,
बस मुझको इतना दीजिये।
- अनुराधा यादव
Sab kuch to mang hi liya.....😊😊😊
ReplyDelete