Saturday, January 26, 2019

पतंग

हरी, गुलाबी, काली, पीली,
लाल, सफेद, केसरिया, नीली।
आसमान में उड़ी पतंग,
बच्चों में है भरी उमंग,
बच्चे तो सब झूम रहे हैं,
उड़ा पतंग वो खूब रहे हैं,
ढांचा पतंग का कितना प्यारा,
देख रही है वो जग सारा,
दो अस्थियों का शरीर बना है,
कागज का तो चर्म चढ़ा है,
उसे नियंत्रित करने को,
मार्ग सही बतलाने को,
बंधा एक धागा मजबूत,
पतंग से जिसका रिश्ता अटूट,
पूँछ तो इसकी लहराती है,
आसमान में बलखाती है,
पतंगें दो जब करें लड़ाई,
एक दूजे पर करें चढ़ाई,
युद्ध चले तब तक अविराम,
जब तक आता ना परिणाम,
एक पतंग का मनोबल टूटा,
धागे से है रिश्ता छूटा,
अब स्वतन्त्र उड़ती अनजान,
अब न भरती नई उड़ान।

             -अनुराधा यादव

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