जीवन एक संघर्ष है,
समझा भी है जाना भी है।
संघर्ष ही इस जीवन में है,
इस सत्य को माना भी है।
कभी सुख यहाँ कभी दुःख यहाँ,
पर हर परिस्थिति में तुमको,
सामंजस्य तो बिठाना भी है।
यदि खुद को सफल बनाना है,
तो आलस्य रोग और दोषों को,
निज जीवन से भगाना भी है।
इस सकल समूचे चराचर में,
अलख प्रेम की जगाना भी है।
गर मनसा विश्व बंधुत्व की है,
तो हर एक मानव के मन में,
सद्भावना लाना भी है।
-अनुराधा यादव
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