सारी खुशी है जिंदगी की, सम्पूर्णता है सादगी की, न जगह है बानगी की, बस थोड़ी जरूरत है यहाँ, विश्वास धैर्य और शांती की, बस है यह थोड़ी झलक दीवानगी की।
-अनुराधा यादव
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