जिंदगी संघर्ष का ही तो एक पर्याय है,
धैर्य जिंदगी का एक निश्चित उपाय है,
पुरषार्थ, जीने के लिये ,जिंदगी में एक सहाय है,
पितु मात की सेवा कर, जीने गुर गुरु ने सिखाए हैं,
संघर्ष, धैर्य, सेवा,पुरुषार्थ जीवन का एक निकाय है।
-अनुराधा यादव
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