Thursday, June 6, 2019

जीवन का निकाय

जिंदगी संघर्ष का ही तो एक पर्याय है,

धैर्य जिंदगी का एक निश्चित उपाय है,

पुरषार्थ, जीने के लिये ,जिंदगी में एक सहाय है,

पितु मात की सेवा कर, जीने गुर गुरु ने सिखाए हैं,

संघर्ष, धैर्य, सेवा,पुरुषार्थ जीवन का एक निकाय है।

                                   -अनुराधा यादव

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